जावरा। सेंट पॉल कॉन्वेंट स्कूल ने अपने छात्रों के लिए एक यादगार शैक्षणिक और साहसिक टूर का आयोजन किया। जिसमें कुल्लू और मनाली की सुंदर घाटियों की यात्रा शामिल थी, साथ ही चंडीगढ़ के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी इस टूर का एक अभिन्न अंग था। यह टूर 20 दिसंबर से 26 दिसंबर के मध्य आयोजित किया गया था। जिसमें कक्षा 8 से 12 के 60 छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
इस यात्रा का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रकृति की सुंदरता का अनुभव कराना, हिमालय की भौगोलिक संरचना का अध्ययन करवाना, और उन्हें सांस्कृतिक विविधता व साहसिक गतिविधियों के प्रति प्रोत्साहित करना था। टूर के मुख्य आकर्षण कुल्लू घाटी: छात्रों ने पारंपरिक हस्तशिल्प, सेब के बागानों और व्यास नदी की प्राकृतिक सुंदरता और शॉल फैक्ट्री भ्रमण का आनंद लिया। मनाली हिल स्टेशन यहाँ छात्रों ने हिडिम्बा मंदिर, मॉल रोड और रोहतांग दर्रा का भ्रमण किया। सांस्कृतिक अनुभव हिमाचली लोक नृत्य और भोजन का अनुभव छात्रों के लिए अनोखा रहा। साथ ही शैक्षणिक लाभ इस यात्रा ने विद्यार्थियों को न केवल नई चीजें सीखने का मौका दिया, बल्कि उन्हें समूह में रहने, आत्मनिर्भरता और समय प्रबंधन का महत्व भी सिखाया।
बच्चों ने उठाया बर्फबारी का आनंद –
विद्यालय के प्राचार्य देवेंद्र मूणत ने बताया कि कुल्लू-मनाली टूर हमारे विद्यार्थियों के लिए एक जीवनभर का अनुभव साबित हुआ। इसने उनके व्यक्तित्व विकास और शैक्षणिक दृष्टिकोण को व्यापक किया है। जब विद्यार्थियों से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमारे प्राचार्य और मैनेजर सर ने इतने सही समय पर इस टूर का आयोजन किया कि हम मनाली में बर्फबारी का आनंद उठा पाए। प्रकृति का यह स्वरूप हमारे मस्तिष्क से जीवन भर भी विस्मृत नहीं हो सकता। कुछ बच्चों ने बताया कि विद्यालय द्वारा सभी व्यवस्था उत्तम दर्जे की प्रदान की गई। हमें किसी भी प्रकार की कमी नहीं हुई। मैनेजर भाविक मूणत ने इस यात्रा को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों को धन्यवाद दिया।
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