– किसान नेता डीपी धाकड़, राजेश भरावा के साथ जन संघर्ष समिति के असलम मेव, सुनिल पोखरना और टीम को पुलिस ने किया गिरफ्तार
– असलम मेव ने खुद पर डाला केरोसीन तो पुलिस ने उठाकर व्रज में डाला
– नेताओं सहित करीब 40 से अधिक लोगों पर पुलिस ने की प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
– दो व्रज वाहनों में भरकर नामली से एक्सप्रेस वे की और ले गए
जावरा। उज्जैन-जावरा ग्रीन फील्ड एक्सेस के विरोध में शनिवार को जावरा से उज्जैन तक निकलने वाले पैदल मार्च को निकलने से पहले ही सरकार के तानाशाही रवैये ने रोक दिया। होटल ज़ोयो चौराहे पर करीब दो घंटे की भाषण बाजी के बाद जब पैदल यात्रा प्रारंभ हुई तो पुलिस ने यात्रा को रोका, यात्रा को रोकते ही समिति के असलम मेव ने स्वयं पर केरोसीन डाल दिया तो पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। दो व्रज वाहनों में किसान नेताओं राजेश भरावा, डीपी धाकड़ के साथ जन संघर्ष समिति के मेव, सुनिल पोखरना सहित करीब 40 से अधिक लोगों को भरकर रतलाम से बड़ोदा फंटे से एक्सप्रेस वे की और ले गए हैं, गिरफ्तार आंदोलनकारियों को पुलिस रतलाम रोड़ से एक्सप्रेस वे पर घुमा फिरा कर जावरा के भगतसिंह कॉलेज में बनाई गई अस्थायी जैल में ले गए।
शनिवार को प्रात: 10 बजे जन संघर्ष समिति और किसान संगठनों द्वारा उज्जैन से जावरा तक प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एक्सेस कंट्रोल वे के निमार्ण में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने को लेकर जावरा से उज्जैन तक का पैदल मार्च प्रस्तावित था। मार्च 27 मार्च को उज्जैन पहुंचकर कोठी पैलेस स्थित कमिश्नर कार्यालय के बाद धरना प्रदर्शन में परिवर्तित होना था। जिसको लेकर शनिवार को सुबह होटल ज़ोयो चौराहे पर स्थित धरना स्थल पर किसान संगठनों के नेता व जन संघर्ष समिति के सदस्य व किसान एकत्रित हुए। चौराहे पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव मोहम्मद युसूफ कड़पा, कांग्रेस नेता वरुण श्रोत्रिय, पिपलौदा जनपद अध्यक्ष योगेन्द्रसिंह सोलंकी, जिला पंचायत सदस्य राजेश भरावा, डीपी धाकड़, जन संघर्ष समिति के असलम मेव, सुनिल पोखरना, दिनेश नायमा आदि सहित उज्जैैन क्षैत्र से पहुंचे किसान नेताओं ने सम्बोधित करते हुए इस रोड़ का विरोध जताया। पुलिस छावनी बना चौराहा –
जन संघर्ष समिति के पैदल मार्च की सूचना के चलते शनिवार को सुबह से ही होटल ज़ोयो चौराहा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। जिले के करीब पांच थाना क्षेत्रों का पुलिस बल चौराहे पर तैनात कर दिया गया। वहीं राजस्व विभाग के जावरा एसडीएम त्रिलोचन गौड़, आलोट एसडीएम के साथ नायब तहसीलदार वेभव जैन, श्रृद्धा त्रिवेदी, एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी दुर्गेश आर्मो, एसडीओपी संदीप मालवीय के साथ ही शहर थाना प्रभारी जितेन्द्रपालसिंह जादौन, औद्योगिक क्षैत्र थाना प्रभारी व्ही डी जोशी, पिपलौदा थाना प्रभारी प्रकाश गाड़रिया सहित अन्य थानों के पुलिस जवान, पटवारी के साथ दमकल व व्रज वाहन भी मोके पर तैनात कर दिए गए। मौके पर आंदोलनकारियों से ज्यादा तो पुलिस जवान तैनात रहे।पैदल मार्च शुरु होते ही किया गिरफ्तार, मेव ने डाला केरोसीन –
चौराहे पर नेताओं की भाषण बाजी के बाद जैसे ही पैदल मार्च प्रारंभ किया वैसे ही पुलिस ने मार्च को घेराबंदी कर रोक दिया। मार्च के रौकते ही समिति के असमल मेव ने खुद पर केरोसीन डाल लिया। जो पुलिस ने मेव को उठाकर व्रज वाहन में बैठा दिया, फिर भी किसान नेता मार्च के लिए चलने लगे को पुलिस ने डीपी धाकड़, राजेश भरावा और उनकी टीम के करीब 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार करते हुए बल पूर्वक व्रज में बैठा लिया। दो व्रज वाहनों में आंदोलनकारियों को भरकर पुलिस रतलाम रोड़ से होकर बड़ोदा फंटे से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे की और ले गए। पुलिस आंदोलनकारियों को कहां ले जा रही हैं, इसकी जानकारी भी नहीं दी जा रही हैं। तम्बु भी नगर पालिका ने किया जब्त –
बीते तीन महिनों से होटल ज़ोयो चौराहे पर धरना दे रही जन संघर्ष समिति जिस तंबु में बैठकर धरना प्रदर्शन कर रही थी, उस तंबु को भी शनिवार को प्रशासन ने सख्ती से हटा दिया। धरना स्थल पर लगे टेंट, तंबु व सामान को भी नगर पालिका के कर्मचारियों ने जब्ती में ले लिया। प्रशासन की सख्ती के बाद अब धरना स्थल को पुरी तरह से मुक्त कर दिया गया हैं।