– हादसे के बाद चौपाटी चौराहे पर लगे यातायात के जवान
– चौराहे पर नहीं हैं कोई सुरक्षा इंतजाम, न तो सिग्रल चालु हैं, ना ही तैनात रहता हैं एक भी जवान
जावरा। शहर का सबसे मुख्य चौराहा चौपाटी चौराहा जो कि अब मौत का चौराहा बन गया हैं। बढ़ते ट्रेफिक और अनियंत्रित गति से गुजरते वाहन कब किस का काल बन जाए यह कहा नहीं जा सकता हैं। इस चौराहे पर सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम भी नहीं हैं। यहां पर सुरक्षा को लेकर ट्रेफिक सिग्नल तो लगे है, लेकिन लगने के बाद से ही बंद पड़े हैं। चौराहे पर ट्रेफिक कंट्रोल के लिए एक भी जवान तैनात नहीं रहता हैं। ऐसे में इस चौराहे पर से गुजरने वाले सभी लोग अपनी जमा हथेली पर लेकर ही गुजरते हैं। इसी चौराहे पर गुरुवार को एक सड़क हादसा हुआ, जिसमें मंदसौर की और से तेज गति से आ रहे एक ट्रक ने बाजार की और से पिपलौदा रोड़ की ओर आ रहे एक मोपेड सवार को अपनी चपैट ले लिया। हालाकि इस हादसे में कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन मोपेड सवार गंभीर रुप से घायल हो गया। जिसका निजी चिकित्सालय में उपचार किया गया।
गुरुवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे के आसपास पिपलोदा रोड़ स्थित खंण्डेलवाल कॉलोनी निवासी राजकुमार पिता छगनलाल सैनी संचालक सैनी चिल्ड वाटर्स एण्ड टेंकर सप्लायर्स अपनी मोपेड पर सवार होकर मालीपुरा से अपने घर की और जा रहे थे, जैसे वे चौपाटी चौराहे पर पहुंचे ठीस उसी समय मंदसौर की और से आ रहे ट्रक क्रमांक आरजे 14 जीएन 7609 के चालक ने तेजगति और लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए राजकुमार सैनी की मोपेड को टक्कर मार दी। जिससे राजकुमार मोपेड सहित नीचे गिर गए, गतिमत रहीं कि वे टक्कर के बाद ट्रक के नीचे नहीं आए। लेकिन फिर भी टक्कर से उनके सिर में गंभीर चोंट आई, हाथ फ्रेक्चर हो गया और उनके पैर में भी चोंट लगी हैं। टक्कर होते ही मौके पर जमा लोग तत्काल उन्है समीप स्थित राठौर नर्सिंग होम लेकर पहुचे और उनका उपचार करवाया। इधर टक्कर मारकर ट्रक चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया।हादसे के बाद लगे यातायात जवान –
ट्रेफिक से दिन भर लबरेज रहने वाले इस चौराहे पर ट्रेफिक कंट्रोल करने और जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कोई भी पुलिस जवान या ट्रेफिक का जवान तैनात नहीं रहता हैं। ऐसे में स्कूलों की छुट्टी के दौरान इस चौराहे से गुजरना अपने आप में एक चुनोति रहता हैं। लेकिन गुरुवार को जब हादसा हुआ तो हादसे के ठीक बाद यातायात के जवान चौराहे पर पहुंच गए और वाहनों को निकालने लगे, यदि इस चौराहे पर प्रतिदिन दो जवान तैनात कर दिए जाए तो शायद हादसों में कमि आएगी और ट्रेफिक भी सुचारू रूप से संचालित होता रहेगा।