– एसडीएम, एसडीओपी और तहसीलदार ने पहुंचकर दी ग्रामीणों को समझाईश
– तीन दिन का लिखित आश्वासन मिला, फिर कहीं माने परिजन व ग्रामीण, उपरवाड़ा में किया अंतिम संस्कार
जावरा। ग्राम लसुडिय़ानाथी से नौ दिन पहले अगवा हुई 10 माह की तनु की हत्या पड़ोसी ने ही कर दी। रविवार को तनु का शव गांव के ही कुंए में तैरता मिला। जिसके बाद परिजनों के साथ समाजजनों और ग्रामीणों में आक्रोश देखा गया। आग्रोश के चलते सोमवार को सभी तनु के शव को लेकर कालूखेड़ा पुलिस थाने पर पहुंचे और आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने तथा आरोपी को फांसी की सजा दिए जाने के साथ परिवार का ेआर्थिक मदद प्रदान की मांग की। वहीं मांगे पुरी नहीं होने तक दाह संस्कार से भी मना करते हुए सभी कालूखेड़ा बस स्टेण्ड चौराहे पर धरना देकर बैठ गए। करीब ढाई घंटे चले धरने के बाद जावरा एसडीएम, एसडीओपी व पिपलौदा तहसीलदार मौके पर पहुंचे समाजजनों से चर्चा कर उन्है तीन दिन का लिखित आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर धरना समाप्त हुआ।
करीब ढाई घंटे तक चौराहे पर बैठे रहे ग्रामीण –
सोमवार को दोपहर करीब 1 बजे खारोल समाजजनो ने अपने प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण खारोल के नेतृत्व में कालूखेड़ा बस स्टेंड पर बच्ची के शव को वाहन में रख कर रोड जाम कर धरना प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर रोड पर बैठे रहे। समाजाजनों द्वारा धरना दिए जाने की सूचना पर जावरा एसडीएम त्रिलोचन गौड़, एसडीओपी जावरा शक्तिसिंह चौहान तथा पिपलौदा तहसीलदार देवेन्द्र दानगढ़ कालूखेड़ा पहुंचे और ग्रामीणों, परिजनों व समाजजनों से चर्चा कर उन्है तीन दिन में उचित कार्रवाई करने का लिखित आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर परिजनों ने धरना समाप्त किया और बच्ची के शव लेकर पेतृक गांव उपरवाड़ा पहुंचे जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार हेमलता डिंडोर, जावरा शहर थाना प्रभारी जितेंद्रपालसिंह जादौन जावरा, औद्योगिक थाना प्रभारी मुनेंद्र गोतम सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मोजूद रहा।