-84 वें गीता जयंति महोत्सव के तहत 9 दिवसीय श्रीराम कथा प्रारंभ
जावरा। भगवान श्री राम ने कहा है कि जो व्यक्ति प्रसन्नचित्त रहता है, वह मुझे अतिप्रिय है। कथा का लक्ष्य भगवत प्राप्ति है। राम ही हमारा राष्ट्र है और राष्ट्र ही हमारा राम है। हमारे राष्ट्रीय ग्रंथ रामायण और श्रीमद भगवत गीता ही होना चाहिए। उस पृथ्वीं पर प्रथम नगरी है अयोध्या, पृथ्वी से आशय उस सम्पूर्ण विश्व की धरती। भगवान राम सदैव मर्यादा में रहते है, और भगवान कृष्ण मर्यादा में रहना सिखाते है। यही कारण है की भगवान राम का मंदिर बनने में 500 साल लग गए, क्योंकि भगवान राम मर्यादा में रहते है, वही भगवान कृष्ण को मुक्त होने समय नही लगेगा, क्योकि भगवान श्री कृष्ण मर्यादा ने रहना सिखाते है।
यह बात श्री गीता भवन ट्रस्ट द्वारा 84 वां गीता जयंति महोत्सव के अवसर पर आयोजित 9 दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा के पहले दिन राष्ट्र संत नमन वैष्णव ने कथा का रसपान करवाते हुवे कही। कथा का शुभारंभ श्री गीता भवन ट्रस्ट अध्यक्ष और विधायक डॉ राजेन्द्र पांडेय और ट्रस्ट सदस्यों ने पोथी पूजन कर किया।
इन्होंने लिया पोथी पूजन और आरती का लाभ –
नो दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा के पहले दिन पोथी पूजन का लाभ डॉ ए. एन. पालीवाल पूर्व प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय जावरा, समाजसेवी भगवानदास बैरागी (मिर्ची वाले), हरीसिंह चंद्रावत पूर्व अपर कलेक्टर, दिनेश सैनी पूर्व पार्षद, गोपाल चंदोलिया समाजसेवी, तरुण सैनी समाजसेवी के साथ अंशुल बैरागी सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट मंदसौर, कैलाश चौधरी और राहुल कुमार मंदसौर ने लिया। शाम को आरती का लाभ केके सिंह कालूखेड़ा भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य, घनश्याम रामनानी, पूर्व अध्यक्ष लायंस क्लब जावरा, पवन मोदी, पूर्व अध्यक्ष लायंस क्लब जावरा, डॉ एम. पी. ऋषि प्राचार्य समाजसेवी, सतीश उपाध्याय समाजसेवी ने लिया।
84 सालों से लगातार एक ही संस्था कर रही आयोजन –
शहर के लिए गर्व की बात है कि एक ही संस्था द्वारा लगातार 84 सालों से गीता जयंति महोत्सव मनाते हुए श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन इस बार 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के चलते संस्था ने इस बार नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का आयोजन किया है। 84 वें गीता जयंति महोत्सव के तहत इस बार 11 से 19 जनवरी तक नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है, कथा के पहले दिन राष्ट्र संत का स्वागत अध्यक्ष डॉ पांडेय और अतिथियो के साथ ट्रस्ट सचिव अशोक सेठिया, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग के साथ गीता जयंति महोत्सव संयोजक आई पी त्रिवेदी (एडवोकेट) तथा सह संयोजक कैलाश विजयवर्गीय, हरिनारायण अरोड़ा, प्रदीपसिंह सोलंकी (एडवोकेट), डॉ शैलेन्द्र पाण्डेय, मोहन पटेल, राजेन्द्र श्रोत्रिय, गायत्री प्रसाद मंडलोई आदि ने किया।