– किराना झोन में पीपल के पुजनीय वृक्ष के समीप बना दिया मूत्रालय
– पेशाब घर के समीप ही बना रखी प्याऊ, पीपल के वृक्ष के नीचे ही करते मूत्र विसर्जन
जावरा। एशिया की टॉप मंडियों में शामिल जावरा की अरनीयापीथा कृषि उपज मंडी अनदेखी का शिकार हो रही हैं। इस मंडी में ऐसी व्यवस्था हैं कि यहां आने वाले किसान, हम्माल, व्यापारी व कर्मचारी एक ही स्थान पर नाश्ता करते हैं, पानी पीते हैं और उसी के समीप मूत्र विजर्सन भी करते हैं, वहीं एक झोन में तो प्याऊ और पीपल के वृक्ष के समीप पेशाब घर बना दिया हैं, ऐसे में कई लोग तो पीपल के वृक्ष के नीचे ही मूत्र त्याग कर रहे हैं। जिससे सनातन धर्म की आस्था को ठेस पहुंच रही हैं। इसी झोन में वहंी प्याऊ और पेशाब घर पास पास होने से लोगों को पीने के पानी में परेशानी होती हैं तो दुसरे झोन में रेस्टोरेंट, प्याऊ और पेशाब घर तीनों पास पास बना रखे हैं, जिसने होटल पर ना तो कोई ढंग से नाश्ता कर सकता हैं और ना ही पानी पी सकता हैं। लेकिन इस आवश्यक समस्या के निदान की और मंडी प्रशासन का ध्यान नहीं हैं।

किराना झोन में पीपल के समीप बना पैशाब घर –
अरनीयापीथा मंडी में बने किराना झोन में किसानों, हम्मालों और व्यापारियों के लिए जहां प्याऊ बना रखी हैं, उसी के समीप अस्थायी पैशाब घर मंडी प्रशासन द्वारा बनाया गया हैं, लेकिन पेशाब घर बनाते समय मंडी प्रशासन ने यह ध्यान नहीं रखा कि इसके समीप ही सनातन धर्म का पुजनीय वृक्ष पीपल खडा हैं, ऐसे में इस अस्थायी पैशाब घर में जो भी मूत्र विजर्सन करता हैं, वह बहकर पीपल के वृक्ष में जाता हैं, इतना ही नहीं अस्थायी पेशाब घर में जगह ना हो तो कई लोग पीपल के नीचे ही मूत्र विसर्जन कर देते हैं। जिससे धार्मिक भावनाए भी आहत होती हैं।

गेहु अड्डे में केंटिन और प्याऊ के समीप बना पेशाब घर –
मंडी में गेहु झोन में मंडी प्रशासन ने केटिंग के समीप ही पीने के पानी के लिए प्याऊ और पेशाब घर बना रखा हैं, ऐसे में अब एक ही स्थान पर किसान, हम्माला, व्यापारी, तुलावती व कर्मचारी केंटिन में नाश्ता करते हैं, प्याऊ पर पानी पीते हैं, यहां तक तो ठीक हैं, लेकिन प्याऊ के समीप ही पेशाब घर बना हैं, जिसका उपयोग करते हैं, ऐसे में बदबु के चलते केंटिन पर ना तो ठिक से खा सकते ना चाय पी सकते हैं। हालाकि यह समस्या इतनी बड़ी नहीं हैं, लेकिन इस समस्या से मंडी में किसानों, व्यापारियों, हम्मालों को परेशानी से गुजरना पड़ता हैं।