जावरा। जहा धर्म वहाँ जीत जहाँ नेक कर्म वहां स्वत: ही धर्म है, इसी वाक्य को हमेशा ही चरितार्थ करते हुए जैन सोश्यल ग्रुप जावरा मैत्री परिवार द्वारा नेक सेवा कर्म के माध्यम से निरंतर धर्म से जुड़ते हुए सेवा कार्य किए जाते है जो की अभिनंदनीय है।
उपरोक्त विचार जैन सोश्यल ग्रुप जावरा मैत्री द्वारा जीवदया गौशाला में गायों के स्वामीवातसल्य के दौरान जैन सोश्यल ग्रुप प्रदेश रीजन के पूर्व कोषाध्यक्ष पंकज कांठेड ने व्यक्त किए। इस अवसर पर जेएसजी जावरा मैत्री के पूर्वांध्यक्ष आशीष पोखरना ने कहाँ की आज पितरो को अर्पण के दिन श्राद्ध पक्ष में देवी देवताओं की स्वरूप गौ माता और नन्ही मछलियों की सेवा का एक ही स्थान पर बेहतरीन संयोग से गौ माता को गुड, हरे चारे, सब्जियाँ व रोटियों का स्वामी वात्सल्य व नन्ही सी मछलियों को आहार कार्यक्रम के माध्यम से मैत्री परिवार ने गो सेवा जीवदया का अनुपम कार्य किया है। स्वागत भाषण देते हुए ग्रुप अध्यक्ष आलोक बरैया ने जेएसजी मैत्री के आगामी 3 माह के आयोजनों की रुपरेखा भी प्रस्तुत की।
इस अवसर पर जैन सोश्यल ग्रुप जावरा मैत्री अध्यक्ष आलोक बरैया, संस्थापक अध्यक्ष अनिल धारीवाल, पंकज कांठेड, संदीप रांका,आशीष पोखरना, राजीव लुक्कड़, अर्पल कोचट्टा, पियूष कांठेड, शशंक मेहता, मनीष पोखरना, दीपक मेहता, अजय पटवा, आशीष चत्तर,राजेश पोखरना, अरुण धारीवाल, संदीप श्रीमाल, गौरव धोका, आशीष चपड़ोद, अमित पोखरना, रितेश भटेवरा, अभय छजलानी, पुखराज सुराणा, अजय कांठेड,पराग कोचट्टा, तरुण टुकडिय़ा, महावीर धारीवाल, अभय कांठेड, अल्पेश कावडिय़ा, पराग धारीवाल, चिंतन टुकडिय़ा, वैभव ओस्तवाल, निलेश कांकरिया, राहुल छाजेड, योगेश बरैया,निलेश मेहता, मनीष ओस्तवाल, राजेश हिंगड़, लविश ओस्तवाल, अभिषेक ओरा, विजय पटवा, सुमीत पारख प्रितेश जैन, राखी धारीवाल, पायल पोखरना, रश्मि कावडिय़ा, संध्या शेखावत, आर्नव दसेड़ा उपस्थित थे। संचालन अनिल धारीवाल ने किया। आभार अर्पल कोचट्टा ने माना।