– हम्मालों द्वारा काम बंद करने के बाद मंडी में पहुंची पुलिस, अधिकारियों ने की चर्चा, लेकिन नहीं माने हम्माल
– मंडी व्यापारी बोले नहीं माने हम्माल तो बंद करेंगे मंडी, करेंगे नई भर्ती
जावरा। रविवार की रात में सोश्यल मीडिया पर आपत्तीजनक पोस्ट डालने के बाद उपजे विवाद का असर सोमवार को जावरा की अरनीयापीथा कृषि उपज मंडी और खाचरौद नाका स्थित लहसुन मंडी में भी देखने को मिला। मंडी में कार्यरत मुस्लिम समाज के हम्मालों ने घटना के विरोध में सुबह मंडी में माल तोलने से मना कर दिया, हालाकि सुबह मंडी में कुछ जिन्सों की निलामी हो गई थी, जिसके बाद अचानक से हम्मालों ने काम बंद कर दिया, जिससे व्यापारियों ने परेशानी के चलते निलाम बंद कर दिया। जिसके चलते करीब एक घंटे तक मंडी में निलाम कार्य बंद रहा। हम्मालों के काम नहीं करने से परेशान किसानों ने जब स्वयं माल तोलने की बात कहीं तब जाकर मंडी में पुन: निलाम कार्य प्रारंभ हुआ। वही व्यापारियों के दवाब के बाद कही जाकर हम्माल काम पर लौटे, इधर खाचरौद नाका स्थित लहसुन मंडी में भी कुछ नाबालिक बच्चों द्वारा किसी दुकान पर सामान फैकने की घटना हुई, वहीं विवाद के चलते यहां भी निलाम कार्य बंद करना पड़ा। मंडी में बनी इस स्थिति के बाद भी मंडी भारसाधक अधिकारी व एस डी एम राधा महंत दोनों मंडियों में नहीं पहुचीl
विवाद की स्थिति बनी तो पहुंची पुलिस, नहीं पहुची भारसाधक अधिकारी –
हम्मालों द्वारा काम नहीं किए जाने की सूचना के बाद थोड़ी ही देर में मंडी में विवाद की स्थिति बन गई, जिस पर मंडी में बड़ी संख्या में पुलिस तैनात हो गई, वहीं मंडी सचिव रामवीर किरार, पूर्व जनपद अध्यक्ष रामविलास धाकड़ के साथ पेपा पहलवान ने हम्मालों से चर्चा की जिसके बाद हम्माल काम करने को राजी हुए, लेकिन कुछ हम्माल तब तक मंडी से जा चुके थे, वहीं मंडी व्यापारियों ने अपने यहां काम करने वाले हम्मालों को फोन लगाए, लेकिन कई हम्मालों ने अपने फोन भी बंद कर लिए, वहीं कुछ हम्मालों ने वापस लोटने की बात कहीं, इसी बीच गुस्साए किसानों ने मंडी कार्यालय पहुंचकर हम्मालों के काम पर नहीं आने पर स्वयं माल तोलने की बात कहीं, जिसके बाद व्यापारियों ने मंडी में निलाम कार्य पुन: चालु किया। इस बीच तकरीबन एक घंटे तक मंडी में निलाम कार्य बंद रहा। वहीं गेंहु व सोयाबीन की निलामी नहीं हो सकी। निलाम कार्य चालु होने के बाद व्यापारियों के दबाव के चलते दुकानों पर काम करने वाले अधिकांश हम्माल वापस लोटे और माल तोला। इधर मंडी में हुए विवाद की सूचना मिलने के बाद भी मंडी भारसाधक अधिकारी व एसडीएम राधा महंत ना तो अरनीयापीथा मंडी पहुंची और ना ही लहसुन मंडी में पहुंची। व्यापारियों ने सौपा पत्र –
घटना के बाद मंडी में हम्मालों द्वारा काम नहीं करने के मामले में जावरा कृषि उपज मंडी व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों ने मंडी सचिव को 26 जून को मंडी बंद रखने संबंधी पत्र सौंपा। साथ ही पत्र में जिन हम्मालों ने धमकी देकर अन्य हम्मालों को काम करने से रोंका उनकी पहचान केमरों से कर उनके लायसेंस रद्द किए जाने की मांग की, वहीं मंडी में कार्यरत हम्मालों, तुलावटियों व व्यापारियों का पुलिस वेरिफिकेशन करवाने, 1 अगस्त से बगैर लायसेंसधारी हम्माल, तुलावटी तथा व्यापारी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। साथ ही मंडी व्यापारियों ने जिन हम्मालों ने सोमवार को काम नहीं किया हैं, वे यदि काम पर नहीं लोटते हैं तो व्यापारियों द्वारा मंडी को बंद करते हुए नए हम्मालों की भर्ती की जाएगी।