– गीता जयंति महोत्सव के तहत चल रही नौ दिवसीय श्रीराम कथा
– आज होगा भगवान श्रीराम का प्राकट्य उत्सव
जावरा। सम्पूर्ण भारत वर्ष में यह समय आनंद और उत्साह का समय है, यह समय राम राज्य की स्थापना का समय है, 22 तारिख को अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व हम सभी के आचरण में भी राम राज्य की स्थापना होना आवश्यक है। राम कथा में सत्य है, करुणा है और प्रेम समाया है। राम सत्य है तो भरत प्रेम है, जानकी करुणा है। 22 तारिख को हमें एक भी गाय सड़क पर नज़र नहीं आनी चाहिए, क्यों गाय है तो राम है और राम है तो गाय है।
यह बात श्री गीता भवन ट्रस्ट द्वारा आयोजित 84 वें श्री गीता जयंति महोत्सव के तहत आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के दूसरे दिन भक्तों को कथा का रसपान करवाते हुए कथा प्रवक्ता राष्ट्रसंत नमन वैष्णव ने कहीं। कथा के दुसरे दिन भगवान शंकर द्वारा माता पार्वती को श्रीराम कथा सुनाने का वर्णन किया। कथा संयोजक आई पी त्रिवेदी ने बताया कि कथा के तीसरे दिन भगवान राम का प्राकट्य उत्सव मनाया जाएगा।
इन्होने लिया आरती और पोथी पूजन का लाभ –
नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के दूसरे दिन पौथी पूजन का लाभ सांसद प्रतिनिधि प्रदीप चौधरी, तालीदाना गौशाला अध्यक्ष गजराजसिंह राठौर (गज्जु बना), समाजसेवी महेश राठौर, रामसेवक शर्मा, जगदीश तोषनीवाल, बीज निगम प्रभारी राजेन्द्रसिंह सोलंकी ने लिया। शाम को आरती का लाभ कृषी उपज मंडी व्यापारी संगठन अध्यक्ष अजीत चत्तर, समाजसेवी नीतिराजसिंह, दिलीप दसेड़ा, सुरेश चौरडिय़ा, भेरुलाल पाटीदार ने लिया। कथा के दूसरे दिन अतिथियों और कथा प्रवक्ता का स्वागत समिति के सचिव अशोक सेठिया, सह संयोजक कैलाश विजयवर्गीय, मोहन पटेल, राजेन्द्र श्रोत्रिय, गायत्री प्रसाद मंडलोई के साथ मनोहर पांचाल, पी.टी. क्षीरसागर के साथ लक्ष्मीनारायण जोशी ने किया। संचालन आईपी त्रिवेदी ने किया।