– सरकार ने बीते 5 सालों में एक भी वैकेंसी नहीं निकाली, विपक्ष भी रहा मौन
– किसानों की खाद की समस्या भी जस की तस
जावरा। आज विधानसभा के सरकारी स्कूलों और सरकारी अस्पतालों के हालत से हम सभी वाकीफ है, सरकारी संस्थानों की स्थिति बदतर होती जा रही है, इसका कारण है नेता, ये नेता प्राईवेट स्कूलों और अस्पतालों से बंदी लेते है, इसलिए सरकारी स्कूल और अस्पताल में सुधार नहीं करते, क्यों कि यदि सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में सुविधाऐं मिलने लगी तो इनको बंदी नहीं मिलेगी। सरकार ने बीते 5 सालों में एक भी वैकेंसी नहीं निकाली, लेकिन इस पर विपक्ष भी मौन है, दोनो पार्टियों की मिलीभगत है, आज किसान खाद, बीज को तरसता है, सुबह से लेकर शाम तक लाईन में खड़ा रहता है, लेकिन उसे समय पर सरकारी मूल्य पर मिलने वाली खाद, बीज नहीं मिलता है, क्यों कि नेताओं से साठगांठ कर ये अधिकारी खाद व बीज की कालाबाजारी करते है। यदि आपने मुझे आशीर्वाद दिया तो किसानों की खाद की समस्या हल करुंगा।
यह बात करणी सेना परिवार प्रमुख जीवनसिंह शेरपुर ने विधानसभा के गांव भीमाखेड़ी, मामटखेड़ा, तालीदाना, शक्करखेड़ी, बीलंदपुर, चिंपिया, जालीनेर, रियावन, झातला में चुनावी जनसम्पर्क के दौरान ग्रामीणों को चौपाटी सभा में सम्बोधित करते हुए कहीं। शेरपुर ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपका मान और सम्मान में कोई कसर नहीं छोडूंगा। जीवन सिंह शेरपुर को विजई बनाने के लिए छोटे से लेकर बड़े कार्यकर्ता पूरे मन से प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं और उन्होंने संकल्प लिया है कि वह शेरपुर को भारी मतों से विजय श्री दिलवाएंगे।