– सोमवार को जिन्होने काम बंद करवाया, उनकी सीसीटीवी में हुई शिनाख्त, उन पर मंडी प्रशासन दर्ज करवा रहा एफआईआर
– मंडी में 60 प्रतिशत व्यापारियों के यहां काम कर रहे बगैर लायसेंस धारी हम्माल
जावरा। रविवार की रात में जावरा में घटी घटना के बाद सोमवार को मंडी में कुछ हम्मालों ने विरोध स्वरुप काम नहीं किया। जिसके चलते मंडी में निलाम कार्य में व्यवधान पैदा हुआ। जिसके बाद मंडी व्यापारियों ने काम पर नहीं लोटे हम्मालों को चेतावनी देते हुए 26 जून को मंडी बंद रखकर नए हम्मालों की भर्ती करने का ऐलान करते हुए अपनी पांच मांगों को लेकर एक मांग पत्र मंडी सचिव रामवीर किरार को दिया था। जिसके बाद मंगलवार की शाम को मंडी भारसाधक अधिकारी व एसडीएम राधा महंत के साथ मंडी कार्यालय पर व्यापारियों की पुन: बैठक हुई, जिसमें व्यापारियों की पांच मांगों को निराकरण करने के लिए मंडी भारसाधक अधिकारी ने 2 का समय मांगा। जिस पर मंडी व्यापारियों द्वारा घोषित 26 किए गए मंडी बंद के निर्णय को वापस लेते हुए मंडी को चालु रखने का निर्णय लिया गया। वहीं सोमवार को जिन हम्मालों ने हम्मालों को काम करने से रोका था, उनकी शिनाख्त सीसीटीवी से हो गई हैं, करीब चार से पांच हम्मालों पर मंडी प्रशासन एफआईआर दर्ज करवा रहा हैं।
आपराधिक प्रवृति के लोगो का प्रवेश हो बंद –
मंगलवार को शाम करीब 4 बजे मंडी कार्यालय पर मंडी व्यापारियों और एसडीएम के बीच हुई बैठक में व्यापारियों ने कहा कि मंडी में जितने भी व्यापारी हैं, उनके यहां जो हम्माल काम कर रहे हैं, सभी लायसेंस आवश्यक रुप से बनाए जाए, साथ ही हम्मालों का पुलिस वेरिफिकेशन भी करवाया जाए ताकि आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति मंडी में ना घुस पाए और आगामी भविष्य में सोमवार जो मंडी करने का प्रयास किया गया ऐसा ना हो। बैठक में महेंद्र गोखरू, पवन पाटनी, पूर्व मंडी डायरेक्टर अशोक कोठारी, धीरज सारडा , राजेंद्र अग्रवाल, विनोद कुमार दख के साथ मंडी सचिव रामवीर किरार, उमाकांत शर्मा, अजय उपाध्याय आदि उपस्थित थे।
मंडी में 60 प्रतिशत व्यापारियों के यहां बगैर लायसेंसधारी कार्यरत –
उल्लेखनीय है कि अरनीयापीथा स्थित कृषि उपज मंडी में करीब 60 प्रतिशत व्यापारी ऐसे हैं, जिनके यहां काम करने वाले हम्मालों के पास लायसेंस ही नहीं हैं, ऐसे में बगैर लायसेंसधारी हम्मालों से परेशानी आती हैं, सोमवार को जिन हम्मालों ने काम नहीं किया था, उस फर्म के जमादार से यह गारंटी ली गई कि आगे चालु मंडी में काम को बाधित नहीं करेंगे, काम को पुरा करेंंगे, जमादारो से हुई चर्चा के अनुसार हम्मालों को काम पर रखा गया हैं। वहीं व्यापारी द्वारा लिखकर दिए जाने के बाद उक्त हम्माल का पुलिस वेरिफिकेशन किए जाने के बाद मंडी कमेटी लायसेंस बनाए, उसके बाद ही व्यापारी हम्माल को अपने यहां काम पर रख सकें ऐसी व्यवस्था की जाए।