जावरा। भगतसिंह शासकीय महाविद्यालय की अध्यक्षता में इको क्लब द्वारा विद्यार्थियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें फुलों से हर्बल गुलाल बनाना विद्यार्थियों को सिखाया। रंगो के त्योहार होली को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को पुष्पों एवं पत्तियों से प्राप्त प्राकृतिक रंगो का उपयोग करते हुए हर्बल गुलाल बनाना सिखाया गया। इको क्लब द्वारा आयोजित की गई कार्यशाला में विशेष रूप से गुलाब, पलाश एवं गेंदे के पुष्पों से होली में उपयोग किए जाने वाले गुलाल को बनाना सिखाया गया। बाजार से मिलने वाले होली के रंग में केमिकल का उपयोग किया जाता है। जिससे त्वचा संबंधी एवं अन्य प्रकार के रोग उत्पन्न हो जाते है साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान होता है। इन सब बातो को ध्यान में रखते हुए हर्बल गुलाल बनाने की कार्यशाला आयोजित की गई।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. ए. जी. पठान ने कहा की हर्बल गुलाल के उपयोग करने का यह फायदा होता है की इनसे त्वचा को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता और साथ ही पर्यावरण भी प्रदूषण रहित रहता है। इको क्लब की प्रभारी डॉ. माया पंत ने कहा की हर्बल गुलाल के निर्माण के लिए पेड़ – पौधों के पुष्पों को संग्रहित किया जाता है और फिर उनसे गुलाल तैयार की जाती है, चुकी यह गुलाल पौधों से तैयार की जाती है अत: ये हमारे स्वास्थ्य और साथ ही पर्यावरण के स्वास्थ्य को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाती। इस संपूर्ण कार्यक्रम में इको क्लब के सदस्य डॉ. वेद प्रकाश, प्रो. मनोज सिंह सोलंकी, प्रो. रवींद्र खेरवाल एवं प्रबी मेहता उपस्थित थे।