– आयोजन को लेकर गौशाला पर हुई बैठक, पत्रकारों को दी जानकारी
जावरा। स्व.महेन्द्रसिंह कालूखेड़ा गौशाला तालिदाना पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सात दिवसीय श्रीमद् भागवतकथा का आयोजन 26 दिसंबर से प्रारंभ हो रहा हैं, कथा आयोजन को लेकर बुधवार को गौशाला पर एक बैठक के साथ पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। जिसमें कथा को लेकर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। साथ ही गौशाला के प्रारंभ से लेकर अब तक हुए विकास कार्यो का ब्योरा और आगामी कार्ययोजना से सभी को अवगत करवाया गया।
बुधवार को दोपहर में हुई बैठक में गौशाला संरक्षक केकेसिंह कालूखेड़ा और अध्यक्ष गजराजसिंह (गज्जु बना) ने बताया कि श्री श्री 1008 मंगलदास जी महाराज की प्रेरणा से सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् कथा 26 दिसंबर से प्रारंभ होगी, जिसका समापन 1 जनवरी को महाप्रसादी के साथ होगा। जिसमें मंगलदास महाराज रूपनगर फंटा द्वारा प्रतिदिन हवन किया जाएगा। ज्ञान गंगा महोत्सव के तहत श्रीमद् भगवत गीता का रसपान राष्ट्रसंत नमन जी वैष्णव के मुखारविंद से होगा। कथा के प्रतिदिन एक संत का समागम भी होगा। जिसके तहत 27 दिसंबर 2024 को घटवास आश्रम के पूज्य दिनेश व्यास, 28 दिसंबर को बगलामुखी शक्तिपीठ खाचरोद के पूज्य स्वामी कृष्णानन्द महाराज, संत श्यामदास पारेश्वर धाम आश्रम धामनोद धार, 30 दिसंबर 2024 को सतपाल महाराज की शिष्या प्रभावती बाई, शारदा बाई हरिद्वार एवं योगेशनाथ हरियाणा जेठाना मगरा, 31 एवं 1 जनवरी 2025 को जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ ज्योतिपीठ अवांतर भानपुरा पीठ तथा साथ ही संत गोविंददास सुजापुर मगरा व महामंडलेश्वर मधुसुदानंद महाराज अन्नपूर्णा धाम सेमलिया की सहमति शेष हैं। कथा प्रतिदिन दोपहर 12 से 4 बजे तक होगी।
4.85 हैक्टेयर भूमि पर बनी हैं गौशाला –
संरक्षक कालूखेड़ा एवं अध्यक्ष गजराज सिंह ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019 से 2020 से आरंभ हुई, गो शाला समिति शासन से पंजीकृत है और यह 4.85 हेक्टेयर भूमि पर गो शाला का संचालन करती हैं। वर्तमान में यहां 380 गाय हैं और 13 कर्मचारी रात दिन उनकी सेवा करते हैं। उन्होंने बताया हैं कि गोशाला में गो वंश कि सुरक्षा एवम खुराक सहित दवाओं एवम ईलाज का भी पर्याप्त प्रबंध किया गया है। इसके लिए मवेशीयो के लिए दक्ष चिकित्सको की सेवाएं ली जाती हैं।संचालन के लिए बनी हैं 23 सदस्यों की कार्यकारिणी –
समिति अध्यक्ष गजराज सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत तालीदाना ने गो शाला के समुचित संचालन हेतु एक कार्यकारिणी का भी गठन किया गया। जिसमे अध्यक्ष गजराज सिंह के नेतृत्व में 23 लोगो कि समिति गोशाला की देखरेख सहित क्षेत्र में समाज सेवा तथा धार्मिक गतिविधि में भी नियमित रूप से सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। यहां के.के.सिंह कालूखेड़ा ने अपने निजी खर्चे से सर्वसुविधा युक्त एक संत कुटिया जिसकी लागत 6 लाख रुपए से निर्माण कराया गया।
आगन्तुकों के लिए बगीचा और मनोरंजन के साधन भी लगाए –
समिति ने जन सहयोग से प्राप्त 79 लाख 15 हजार रुपए की लागत से गोशाला में गोमाता की सेवा हेतु अनेक कार्य किए हे। इनके 6 टीन शेड मुख्य एवम अन्य दरवाजों का नवीनीकरण गायों के पानी हेतु दो होज उन्हें गर्मी से बचाने के लिए शेड में 50 पंखों को लगाना। आंगूतुको के लिए बगीचा एवम् मनोरंजन के साधन जैसे बच्चो के झूले इत्यादि बाउंड्री की सुरक्षा पक्का स्टेज गायों का आहार हेतु लगाना के साथ ही गो भक्तो एवम अतिथि हेतु 8 कमरे ठाकुर तथा गो माता के मंदिर भगवान शंकर एवम् हनुमान जी की विशाल प्रतिमा भव्य भोजन शाला नंदी शाला गो माता के हरे चारे हेतु नेपियर घास एक हेक्टेयर में लगाने एवम् वर्मी कम्पोष्ट एवम् हवन पूजन हेतु गो माता के गोबर के कंडो का उत्पादन संत आवास स्टाफ के रुकने हेतु आवास शौचालय ट्यूबवेल आदि का निर्माण गो शाला में शुक्ला भरने हेतु मशीन ट्रेक्टर ट्राली और जनरेटर सहित बिजली की लाईन बिछाने का काम किया। गोशाला के उन्नयन हेतु समिति कई योजनाओं पर काम कर रही हैं। जिसमे पशुओं के आपरेशन हाल की सुविधा, घास रखने हेतु बड़े गोदाम की व्यवस्था एवम् अस्पताल का निर्माण प्रमुख हैं। इन सभी कामों के लिए शासन से आवश्यक अनुमति लेने का प्रयास किया जा रहा है। जन सहयोग से इस गोशाला को प्रदेश स्तर पर आदर्श गोशाला बनाने का लक्ष्य हांसिल किया जाएगा।
Subscribe to Updates
Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.