– अभद्रता के विरोध में अब पिपलौदा ब्लाक की समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उतरी मैदान में
– सोमवार को जिला कलेक्टर को अधिकारियों की अभद्रता पर सौपेंगी ज्ञापन
जावरा। भाजपा की सरकार जहां एक और महिला सशक्तिकरण और नारी सम्मान की बड़ी बड़ी बाते करती हैं, खुद की महिलाओं की हितेषी सरकार बताते हैं, लेकिन इसी सरकार के चंद अधिकारी इस शब्दों के मतलब से शायद कोसों दूर हैं, ऐसा ही एक मामला महिला बाल विकास विभाग का प्रकाश में आया हैं, जिसमें भरी बैठक में महिला कर्मचारियों के साथ विभाग के अधिकारियों द्वारा अभद्रता की गई, अपशब्द कहे गए और उनकी बेइज्जती भी सार्वजनिक रुप से की गई, जिसमें बाद महिला कर्मचारियों ने इस अभद्रता के विरोध में आवाज उठाने का निर्णय लिया हैं, सभी महिला कर्मचारी इस मामले में सोमवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने मैदान में उतरेगी।
दरअसल मामला शुक्रवार को जनपत पंचायत पिपलौदा में पल्स पोलियों अभियान को लेकर हुई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक का हैं। जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा भारत सरकार द्वारा के पोषण ट्रेकर तथा मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जारी किया गया सम्पर्क एप को लेकर शुरु हुआ। बैठक में मौजुद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि एक ही काम को उन्है दो अलग अलग एप पर करना पड़ता हैं, जिसका वे बैठक के दौरान विरोध कर रही थी, लेकिन इसी बीच प्रभारी परीयोजना प्रेरणा चौहान, सुपरवाईजर कंचन तिवारी, भारती सोनी, कोआर्डीनेटर राहुल बोस ने एक एक कार्यकर्ताओं को डाट कर खडे कर उनके साथ अपशब्दों का प्रयोग करना शुरु और डरा धमका कर स्वयं के द्वारा मोबाइल पर जबरजस्ती उपस्थिती दर्ज करवाई और जब कार्यकर्ता द्वारा कहा गया है कि हमारे संगठन की बात मुख्यमंत्री, महिला बाल विकास मंत्री तथा कलेक्टर को ज्ञापन देकर रखी गई है, जिसके बाद महिला बाल विकास मंत्री ने आश्वासन दिया गया है कि 5-6 दिनों में सकारात्मक जवाब आयेगा तो संगठन के निर्णय अनुसार हम कार्य करेगी।
विरोध करने पर कहे अपशब्द –
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मिनि कार्यकर्ता संघ प्रदेश संयुक्त महामंत्री हेमलता शर्मा जब साथी कार्यकर्ता सदस्याओं के साथ अधिकारियों द्वारा किए जा रहे दुर्रव्यवहार, अपशब्द तथा अभद्रता का विरोध किया तो, प्रेरणा चौहान, कंचन तिवारी, राहुल बोस ने इनके साथ और अधिक बत्तमिजी की गई। कार्यकर्ता को अपना पक्ष रखने तथा स्वतंत्रता के साथ बात करने का मौलिक अधिकार प्राप्त है, इसके बाद भी उन्है बोलने नहीं दिया जाता हैं, अधिकारियों की प्रताडना से कार्यकर्ताओं में अत्यधिक खौफ हैं। आए दिन बैठकों में कई कार्यकर्ताओ को सबके सामने अपशब्द कर कर उनकी बेइज्जती की जाती हैं। चुनाव में ड्यूटी की तो किया प्रताडि़त –
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि हालही में हुए विधानसभा चुनाव तथा लोकसभा चुनाव में उनकी ड्यूटी लगाई गई थी, ऐसे में चुनाव कार्य के दौरान अधिकारियों द्वारा उन्है प्रताडि़त किया गया। यदि ऐसा है तो विभाग ही क्यों ड्यूटी लगवाते हैं चुनाव में। विभाग की अन्य योजनाओं के लिए जैसे लाडली लक्ष्मी योजना, प्रधान मंत्री मातृत्व योजना के आवेदन की कोई ओसी नहीं दी जाकर सुपरवाईजर की लापरवाही से आवेदन घुम होंने पर कार्यकर्ताओं को परेशान करना भला बुरा कहा जाता हैं। कार्यकर्ताओं की माने तो अगर यही स्थिति रही तो विभाग में अधिकारीयों के विरुद्ध उन्है मजबूरन आन्दोलन करना पड़ेगा। सोमवार को कलेक्टर को सौपेंग ज्ञापन –
बैठक में हुई अभद्रता के बाद अब सभी आंगवाड़ी कार्यकर्ताओं और कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से तथा संगठन के आह्वान अनुसार सोमवार को रतलाम जिला कलेक्टर कार्यालय पर कलेक्टर को ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका मिनि कार्यकर्ता संघ प्रदेश संयुक्त महामंत्री हेमलताशर्मा, जिला सचिव स्वाती जोशी, उपाध्यक्ष दिपीका चौहान, कोषाध्यक्ष हेमलता पहाडिया, उपाध्यक्ष शमशाद बी ,मुन्नी देवी, दिप्ती उपाध्याय, मंजुला शर्मा, उर्मिला सोलंकी, सबाना बी, अनिता राठोड, रिना चोहान, सुलोचना ठाकुर, बेजन्ती सेन, अनीता झालिवाल, ममता प्रजापत, हेमलता धाकड, पुष्पा शर्मा, माया बरैया, श्यामा पाटीदार आदि सहित सभी पदाधिकारियों ने सोमवार को अधिक से अधिक की संख्या में रतलाम कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपने अधिकारों के लिए लडऩे हेतु एकत्रित होने का आव्हान किया हैं।