– सरपंच को धारा 40 का नोटिस देने और सचिव को बर्खास्त करने करीब 15 दिन पहले एसडीएम राधा महंत ने लिखा
– फरवरी में जांच के बाद जनपद सीईओ ने भी भेजा था जिला पंचायत को प्रस्ताव
– तीन माह बाद भी अब तक नहीं हुई कार्रवाई, मंगलवार को पुन: मामला पहुंचा जिला कलेक्टर के पास
जावरा। जनपद पंचायत जावरा के की ग्राम पंचायत भैसाना में सरपंच द्वारा जनपद सीईओ के नाम से पट्टे देने के बदले रुपए मांगने की शिकायत और जांच सरपंच और सचिव के दोषी ठहराए जाने के बाद भी बीते पांच माह से अब तक जिला पंचायत द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हो सकी हैं। जबकि जावरा एसडीएम और जनपद सीईओ ने सरपंच को धारा 40 का नोटिस देने और सचिव को निलंबीत करने का प्रस्ताव जिला पंचायत को भेज दिया हैं, बावजूद इसके जिला पंचायत भैसाना सरपंच और सचिव पर इतनी मेहरबान क्यों ? तीन माह से केाई कार्रवाई नहीं होने के चलते गांव में विवाद की स्थिति बनी हुई हैं, जिस पर उपसरपंच सत्यनारायण पाटीदार ने मंगलवार को जिला कलेक्टर के समक्ष पहुंचकर पुन: मामले में हस्तक्षेप करने हेतु आवेदन प्रस्तुत कर कलेक्टर को वस्तु स्थिति से अवगत कराया, जिस पर कलेक्टर तत्काल अपर कलेक्टर के माध्यम से जिला पंचायत को तत्काल कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया।
मंगलवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित जनसुनवाई के दौरान उपसरपंच सत्यनारायण पाटीदार ने कलेक्टर उक्त मामले में आवेदन देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत भैसाना प्लाट आवटंन मामले में ग्रामवासियो द्वारा दिनांक 22 फरवरी 24 से शिकायत पत्र द्वारा जावरा तहसीलदार, एस.डी. एम एवं जनपद सी.ई.ओ साहब जावरा आप सभी को अवगत करवाया गया हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर सरंपच सचिव दोषी पाये गये हैं, जिसमे सरंपच द्वारा जनपद सी.ई.ओ. के यहा लेनदेन किए जाने की बात का आडियो और सचिव का विडियो भी वायरल हुआ। जिसमे सचिव प्लाट आवंटन मामले में सरंपच द्वारा पचास हजार की लेनदेन का मैने भी सुना है जांच आधार पर यह अधिकारीयो द्वारा दोनो सिडियो की जांच उपरांत सही पाया गया। काम रुकवाने के बाद भी खड़े कर दिए कॉलम –
पत्र में बताया कि जांच के उपरांत तहसीलदार जावरा द्वारा मौके पर पहुंचकर काम रुकवा दिया गया था, जिसके बाद भी वर्तमान में निर्माण कार्य जमीनी स्तर तक कॉलम वगैरा भरकर खड़े हो चुके है वर्तमान मे ईट, रेत एवं सरिये वहा लाकर डाल दिये गये हैं।
एसडीएम ओर सीईओ के प्रतिवेदन के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई –
पत्र में बताया कि मामले में जांच के उपरांत जनपद सीईओ बलवंत नलवाया तथा तत्कालीन जावरा एसडीएम राधा महंत ने भी जिला पंचायत को सरपंच को धारा 40 का नोटिस देने और सचिव को निलंबित करने का प्रतिवेदन भेजते हुए मौके से अतिक्रमण हटाने के लिए लिखा था, लेकिन अब तक ना तो अतिक्रमण हटा और ना ही सरपंच को नोटिस ही मिला हैं। वर्तमान में उखेडे वाले एवं अतिक्रमणकर्ता आये दिन विवाद कर रहे हैं। इतने समय के बाद भी यह कार्यवाही का ना होना भविष्य मे किसी बड़ें विवाद को जन्म देगा।
नहीं उठाया फोन –
जनसुनवाई में शिकायत के बाद कलेक्टर द्वारा जिला पचंायत सीईओ को कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के बाद जब इस मामले में जिला पंचायत सीईओ श्रृंगार श्रीवास्तव को फोन लगाकर जानकारी लेना चाही तो उन्होने अपना फोन तक रिसीव नहीं किया।