– अपने घरों पर लकड़ी के घर लगाने संस्था पदाधिकारियों से प्राप्त कर सकते है
जावरा। रत्नराज परिसर कॉलोनी एवं भारत विकास पारिषद के सौजन्य से विश्व गोरेया (चिडिय़ा) दिवस पर आओ फिर चिडिय़ा का घर बसाए … आगन घर उद्यान फिर चहकाय के आधार पर चिडिया के लिए घोसले बनाए गए। रत्नराज परिसर एवं भाविप सदस्य संजय पांचाल द्वारा परिसर एवं अन्य निवासी सदस्यों को चिडिय़ा के लिए लकड़ी के बनाए घर भेंट किए गए। जिसमें चिडिय़ा अपना स्थाई घोंसला बना कर रह सकती है। सदस्यों ने कहा कि कोई भी व्यक्ति या सामाजिक सदस्य चिडिय़ा का घर लेना चाहे वे लागत शुल्क पर सदस्य रत्नराज परिसर निवासी संजय पांचाल से संपर्क कर सकते हें। उसके साथ पानी के लटकाने के सकोरे भी प्राप्त कर सकते हें ताकि गर्मी में पानी मिल जाए और प्यास भी बुज जाए। इस मौके पर भाविप अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, सचिव निलेश मेहता, रत्नराज परिसर निवासी ईश्वर प्रसाद वर्मा, अतुल ललवानी, देवेन्द्र दय्या, हुकुमचंद सोनी, संजय सोनी, हीरालाल राठौर, अमित शर्मा, अथर्व जोशी, किशन शर्मा आदि सदस्य उपस्थित थे।