– सिंचाई के क्षैत्र में 20 सालों में बढ़ा 4382 हैक्टेयर सिंचाई का रकबा
जावरा। प्रदेश सरकार द्वारा सिंचाई योजनाओं को स्वीकृति देने से जावरा विधानसभा क्षेत्र में गत 20 वर्षों में 4382 हेक्टेयर सिंचाई का रकबा बढ़ गया है। क्षेत्र में 19 हाईस्कूल व हायरसेकंडरी स्कूलों में स्वंय के भवन नही होने से स्वीकृति के प्रयास किये जा रहे है।
उक्त आशय की विभिन्न जानकारियां विभागीय मंत्रीगणों ने विधायक डॉ. राजेन्द्र पांडेय द्वारा विधानसभा में उठाये विभिन्न प्रश्नों के जवाब में दी। डॉ पांडेय के जावरा विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई परियोजनाओं के सम्बंधित प्रश्न पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि जावरा विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2002-03 में सिंचित रकबा 2865 हेक्टेयर था,जो 20 वर्षो में 4382 हेक्टेयर ब?कर वर्तमान में 7247 हेक्टेयर हो गया है। आपने बताया कि 2003 तक विधानसभा क्षेत्र में 7 सिंचाई योजना थी,बाद में 13 परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। अत्यधिक वर्षा व बाढ़ से प्रभावित दो बांध के मरम्मत की कार्ययोजना बनाई गई है। विधायक डॉ पांडेय ने जावरा विधानसभा क्षेत्र में भवन विहीन हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूलों के भवनों के संबंध में प्रश्न पर शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि क्षेत्र में 46 विद्यालयों में 27 हाईस्कूल व 19 हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित हो रहे है, जिसमे से 19 विद्यालय भवनविहीन है, जिनमे 14 हाईस्कूल व 5 हायर सेकेंडरी स्कूल है। इनके भवनों के निर्माण के लिए कार्यवाही प्रक्रियाधिन है।
41 कॉलोनियों के लिए बनाई 18 करोड़ 25 लाख की कार्ययोजना –
विधायक डॉ पांडेय ने जावरा व पिपलौदा नगर की अवैध व अविकसित कालोनियों के संबंध में किये प्रश्न पर जवाब देते हुए नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि बीते वर्षो में जावरा नगर में अवैध कालोनियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। 5 कालोनियों के कालोनाइजरों के विरुद्ध एफआईआर की गई। वही 36 अवैध कालोनियों में अवैध निर्माण को हटाए जाने की कार्यवाही की गई। म.प्र. नगर पालिका (कालोनी विकास) नियम 2021 के प्रभावशील होने पर अनाधिकृत कालोनियों में मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति किये जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। जावरा नगर में 41 कालोनियों में सड़क, पानी, नाली सहित विकास कार्यो के लिए 18 करोड ़25 लाख रु. की कार्ययोजना बनाई है। पिपलौदा में 3 अनाधिकृत कालोनियों में विकास हेतु एक करोड़ 70 लाख रु. की कार्ययोजना बनाई गई है। वही जावरा नगर में 38 अविकसित कालोनिया है, जिनमे कालोनाइजरों द्वारा विकास कार्य पूर्ण नही किये गए है। पिपलौदा नगर में 3 अवैध कालोनी के कालोनाइजरों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई।