– रात में चौकी प्रभारी और थाना प्रभारी ने फोन तक नहीं उठाया
– बात जब मीडिया में लीक हुई तो एसपी ने जारी किया बयान बताई कितनी पकड़ी शराब
जावरा। जिले भर में अवैध शराब परिवहन को लेकर अभियान जारी हैं, लेकिन इसके बाद भी जिले में अवैध शराब का कारोबार लगातार जारी हैं, हाल ही में रतलाम के मेडिकल कॉलेज से करीब 10 लाख रुपए की शराब जब्त हुई, ये किसकी थी इसका पता अभी लगा भी नहीं था, कि बीती रात ढोढर चोकी पुलिस ने ग्राम परवलिया के समीप से एक शराब से भरी पिकअप को पकड़ा, लेकिन मजे की बात तो यह रही कि पुलिस के सामने से पिकअप का चालक जंगल की और भागने में फरार हो गया, अब चालक फरार हुआ या करवाया गया, यह जांच का विषय हैं, इधर रात में पकड़ी पिकअप की जानकारी सुबह तक भी ना तो चौकी प्रभारी दे पा रहे थे और ना ही थाना प्रभारी, ऐसे में पुलिस की यह कार्रवाई शंका के घेरों में आई, तो सुबह एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बयान जारी कर बताया कि कितनी शराब पकड़ी हैं, लेकिन यह शराब किसकी हैं, कहां से आई और कहां जा रही थी, यह गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई हैं, इधर जंगल की और भागे चालक के पीछे पुलिस लगी हैं, ऐसा एसपी ने बताया हैं। अब संभवत: चालक पुलिस के हाथ लगे तो मालिक का पता चले और आगे की कार्रवाई हो सके।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की रात में पकड़ी पिकअप क्रमांक एमपी 14 जीसी 1037 को पकड़ा, जिसमें शराब की करीब 150 पेटी भरी हुई थी, पुलिस को देखकर वाहन का चालक भागने में कामयाब हो गया या उसे भगा दिया गया, पुलिस ने कार्रवाई की, सूचना मीडिया तक पहुंची तो जानकारी के लिए ढोढर चोकी प्रभारी और रिंगनोद थाना प्रभारी को फोन लगाए लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया और जानकारी नहीं दी। जब एसडीओपी को फोन लगाया तो उन्होने बताया कि शराब पकड़ी हैं। मीडिया ने जब इस मामले में हेर फेर होने की शंका जताई तो सुबह रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने जानकारी दी, एसपी ने बताया कि ढोढर पुलिस ने 100 शराब की अवैध पेटी से भरी लोडिंग महिंद्रा बोलेरो को पकड़ी है। जिसमें 50 पेटी बीयर और 50 पेटी अंग्रेजी शराब मिली हैं। पुलिस ने शराब सहित पिकअप को जब्त किया हैं, शराब की किमत आंकी जा रही हैं। आरोपी की तलाश भी जारी हैं।
पिकअप करजु इण्डेन ग्रामीण वितरण की –
पुलिस ने रात में शराब से भरी जो पिकअप पकड़ी हैं, उस पर करजु इण्डेन ग्रामीण वितरक लिखा हैं, ऐसे में यह तो स्पष्ट हो गया हैं कि यह गाड़ी करजु के इण्डेन गैस एजेंसी पर लगी हैं, तो ग्रामीण अंचलों में इंडेन की टंकी वितरित करती हैं, ऐसे में गाड़ी किसकी हैं और चालक कौन था, इसका पता पुलिस आसानी से लगा सकती हैं।