जावरा। विश्व विद्यालय द्वारा की गई परीक्षा तथा पात्रता शुल्क अतिवृद्धि व कॉलेज में व्याप्त अनियमित्ताओं को लेकर छात्र हित में छात्रों ने प्राचार्य कक्ष का घेराव कर प्रदर्शन किया। छात्र नेता जितेंद्र यादव के नेतृत्व में महाविद्यालय में उपस्थित विद्यार्थियों ने गेट पर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। जिसको लेकर प्राचार्य व छात्रों के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। पूर्व छात्र नेता लोकेंद्रसिंह देवड़ा के समझाने पर मामला शांत हुआ ओर विक्रम विश्व विद्यालय उज्जैन कुलचिव के नाम भगतसिंह महाविाद्यालय प्राचार्य डॉॅ. एजी पठान को ज्ञापन देते हुए विश्व विद्यालय द्वारा परीक्षा आवेदन पत्र की तिथियों में वृद्धि तथा पात्रता आवेदन में शुल्क अतिवृद्धि को कम क रने की मांग की गई।
प्राचार्य को दिए ज्ञापन में बताया कि विश्व विद्यालय द्वारा परीक्षा आवेदन शुल्क विगत वर्ष 1900 से 2200 रूपये होती थी उसे अकारणवश वृद्धि कर 2 600 से 4 हजार कर दी गई है। जिसे संबंधित महाविद्यालयो में पढऩे वाले विद्या र्थियों पर आर्थिक रूप से अत्यधिक बोझ बन गया है। जिस के कारण कई विद्यार्थियों को अपना स्नातक अध्ययन बंद करने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। विश्व विद्यालय द्वारा म.प्र. में निवासरत् विद्यार्थी जो कि अपनी हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी का अध्ययन अन्य पड़ोसी राज्यों से पूर्ण कर राज्य के संबंधित महाविद्यालयों में प्रवेश लेकर अपनी स्नातक शिक्षा नियमित एवं स्वाध्यायी विद्यार्थी के रूप में जारी रखने हेतु विश्वविद्यालय को पात्रता आवेदन प्रस्तुत करना होता है। जिसकी फीस विगत वर्ष 400 से 600 रूपये थी किन्तु विश्व विद्यालय द्वारा मनमानी कर शुल्क वृद्धि 3500 से 4000 कर दी। ऐसे में मध्यमवर्गीय एवं आर्थिक रूप से अक्षम विद्यार्थियों पर आर्थिक दृष्टि से एक बोझ बना हुआ है। जिससे की आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी न तो आवेदन प्रस्तुत कर पा रहे है और न ही नामांक न करवा पा रहे है। जिसके चलते वे परीक्षा आवेदन महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के समक्ष प्रस्तुत करने में भी असमर्थ है। छात्र नेताओं ने विश्व विद्यालय कुलचिव से शीघ्र ही समस्याओं का समाधान करने की मांग की। इस मौके पर अजयसिंह राठौर, पवन पाटीदार, कन्हैया पाटीदार, राहुल व्यास, हरी वैष्णव, देवांश राठौर, अशोक चौधरी, घनश्याम बोस, गोविंद पंडित के साथ बडी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।