– 300 से अधिक महिलाओं को 2 करोड़ 19 लाख रुपए के ऋण स्वीकृत किए गए
जावरा। महिला सशक्त होगी तो समाज तथा राष्ट्र सशक्त होगा। आजीविका मिशन ने स्वसहायता समूह के माध्यम से आर्थिक आंदोलन चलाया जो ग्रामीण स्तर पर निरंतर सफल हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को लखपति दीदी के रूप में पूरा करने की दिशा में राज्य शासन प्रयासरत है।
यह बात विधायक डॉ राजेंद्र पांडेय ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ग्राम रिंगनोद में स्वयं सहायता समूह ऋण वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। समारोह में 14 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 28 ग्रामों के 33 स्वयं सहायता समूहों की लगभग 330 महिलाओं को 2 करो? 19 लाख रुपए के ऋण स्वीकृत करते हुए स्वरोजगार प्रदान किया गया ताकि महिलाएं सशक्त बन सके, परिवार खुशहाल हो सके। डॉ. पांडेय ने कहा कि भारत सरकार का प्रमुख उद्देश्य यह है कि देश के विकास में 50 प्रतिशत भागीदारी महिलाओं की हों। मध्यप्रदेश राज्य की कुल आबादी में से लगभग ढाई करोड़ महिलाओं को शासन की विभिन्न योजनाओं द्वारा जोड़ा गया है। मातृशक्ति को जोडऩे के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। इस अवसर पर स्वागत उद्बोधन जिला अग्रणी प्रबंधक दिलीप सेठिया ने दिया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शंभूलाल चन्द्रवंशी, नगर पालिका सीएमओ दुर्गा बामनिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्र प्रमुख संतोष कुमार, राष्ट्रीय आजीविका मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक जयप्रकाश सिंह चौहान, रिंगनोद सरपंच यूसुफ खान पठान तथा मुकेश बग्गड ने भी संबोधित किया गया। इस मौके पर हुकमसिंह आंजना, विजय शर्मा, सेंट्रल बैंक से अमित शर्मा, त्रिलोक सांखला उपस्थित रहे। अंत में आभार सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा रिंगनोद के प्रबंधक सुशील रायकवार ने माना।