– 94 लाख रुपए की थी धोखाधड़ी, आरोपियों के कब्जे से 6 लाख रुपए किए जब्त
जावरा। ग्राम रिंगनोद स्थित शासकीय जमीन को निजी व्यक्ति की कृषि भूमि बताकर फर्जी अनुंबध बनाकर करीब 94 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। आरोपियो के कब्जे से करीब 6 लाख रुपए जब्त भी किए है। दोनो आरोपी पुलिस रिमाण्ड पर है।
मिली जानकारी अनुसार औद्योगिक क्षैत्र पुलिस थाना जावरा पर गत 23 दिसंबर 23 को प्रदीप पिता गोपाल धाकड नें रिपोर्ट कि थी कि उन्हे ग्राम रिंगनोद में स्थित शासकीय कब्जे वाली जमीन को एक व्यक्ति की कृषी जमीन बताकर आरोपी मुकेश पिता भेरुलाल चौधरी गायरी निवासी उपरवाडाए माखनसिह पिता मांगुसिह उर्फ मंगलसिह राजपुत निवासी उपरवाडा नें उक्त जमीन फरियादी को बेचने का फर्जी अनुबंध तैयार कर फरियादी प्रदीप धाकड से रजिस्ट्री कराने का वादा कर विश्वास में लेकर फरियादी प्रदीप धाकड से टुकडो टुकडो में 94 लाख रुपये धोखाधडी पुर्वक प्राप्त कर लिये और जब रजिस्ट्री कराने का समय आया तो रजिस्ट्री कराने के लिये आरोपी मुकेश चौधरी व माखनसिह आनाकानी करते रहे।
पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं करने बात पर दिए थे चेक –
पुलिस ने बताया कि जब फरियादी प्रदीप ने पुलिस में रिपोर्ट करने की सूचना आरोपियों को दी तो उन्होने रिपोर्ट नहीं करने की बात कहते हुए आरोपी मुकेश चौधरी नें स्वंय का एक चैक 70 लाख रुपये का तथा एक अन्य साथी मुबारिक निवासी बोरदा का एक चैक 94 लाख रुपये तथा मुकेश पिता शांतिलाल गोवरी निवासी बाराखेडा के तीन चैक 94 लाख रुपये के फरियादी को मुख्य आरोपी मुकेश चौधरी व मुबारिक नें दिये थे। प्रदीप ने जब उक्त चेक की जानकारी बैंक से निकाली तो आरोपियों के खातों में रुपए नहीं थे। जिस पर प्रदीप ने आरोपी मुकेश पिता भेरुलाल चौधरी गायरी निवासी उपरवाडा, माखनसिह पिता मांगुसिह उर्फ मंगलसिह राजपुत निवासी उपरवाडा के विरुध्द 23 दिसंबर 23 को रिपोर्ट दर्ज करवाई, पुलिस ने रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 420, 406, 419 के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश प्रारंभ की। एफआईआर दर्ज होने के बाद से दोनो आरोपी फरार थे। जिन्है 03 मार्च 24 को मुखबीर सूचना पर ग्राम बाराखेड़ा से आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर रिमाण्ड मांगा। जिस पर न्यायालय में आरोपियों को रिमाण्ड पर भेजा, पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से प्रदीप से प्राप्त किए रुपए खर्च करने संबंधी दस्तावेज तथा 6 लाख रुपए जप्त किए। वहीं पुलिस रिपोर्ट से बचने के लिए आरोपियों द्वारा फरियादी प्रदीप को दिए गए चेक भी फरियादी से जब्ती में लिए गए।