इबादत के माह रमजान में बच्चे भी रख रहे रोज़ा
जावरा। रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है, इस पवित्र महीने में मुस्लिम समाजजन रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते है। मुस्लिम समाज के लिए रमजान के रोजे का विशेष महत्व है। रमजान के पाक महीने में मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते है और पांच वक्त की नमाज पढते है। नगर में भी रमजान के महीने में मुस्लिम समाज में खासा उत्साह नजर आ रहा है। रमजान में नन्हे-मुन्ने बच्चे भी अपने पहले रोजे की शुरुआत करते हैं। मान्यताओ के अनुसार पहले रोजे पर पिता अपने बच्चों को कुछ खास गिफ्ट देते है, जो उन्हें जिंदगी भर याद रहता है।
इसी कड़ी में वार्ड 23 गाड़ी खाना में आमीन खान ने अपने पुत्र अफ्फार खा मेव व उनकी बेटी आफिया नूर मेव माता शबनम बी ने पहला रोजा रखे जाने पर अपने बेटा-बेटी को उच्च शिक्षा देने का वादा किया। पिता आमीन खान का कहना है कि वह अपने दोनों बेटा-बेटी को तब तक पढ़ाएंगे जब तक वह काबिल नहीं हो ज ाते। इसके अलावा खान ने दोनो बच्चों को गिफ्ट भी भेंट किए। पहले रोजे के अवसर पर गिफ्ट पाकर बच्चे अधिक खुश हुए। दोनों बच्चे रोजा रखकर बहुत खुश रहते हुए अल्लाह की इबादत कर रहे है। परिजनों ने बताया कि शाम को ये लोग अजान होने के बाद खजूर और पानी से रोा खोलेंगे। इस दौरान गरीबों में अफ्तार भी बांटी जाएगी।
इधर रोजा रखने वाले अफ्फार मेव और आफिया नुर ने बताया कि रोजा रखने से अल्लाह खुश होते है इसलिए हम दोनों ने रोजा रखा है। बच्चों ने क हा कि रमजान के माह में रोजा रखने से अल्लाह हर एक नेकी के बदले 70 नेकियों का सवाब अता फरमाते है, इसलिए हमने भी रोजा रखा है। बच्चो के रोजा रखने पर दादा अरशद खाँ, आसिफ अनवर घड़ी, परदादा अनवर खाँ (चाचा घड़ी), नाना हाजी सिराज खा मेव (मल्हारगढ़) सहित ईष्ट मित्रों आदि ने बच्चो द्वारा पहला रोजा रखे जाने पर गिफ्ट देकर उनकी हौसला अफजाई की।