जावरा। पीपली बाजार जैन मंदिर में नववर्ष चैत्र सूदी एकम को आगामी एक वर्ष हेतु मंदिर में स्थित सभी मंदिरों में अष्टप्रकारी पूजन एवं अखंड ज्यौत के चढावे प्रारंभ हुए। समाजनों की उपस्थिति में लाभार्थी परिवारों ने लाभ लिया। श्री राजेन्द्र जैन पेढी ट्रस्ट के वरिष्ठ ट्रस्टी सर्राफ प्रकाश कांठेड़ ने बताया कि श्री सुपाश्र्वनाथ की अखण्ड ज्योत का लाभ सुजानमल एवं माता सोहनबाई मेहता की स्मृति में राजेश, मंगलेश, सार्थक, प्रियांशु मेहता परिवार ने लिया। श्री आदिनाथजी की अखण्ड ज्यौत का लाभ स्व. सागरमल, मोतीलाल, स्व. सुगनबाइ्र दसेड़ा की स्मृति में विजयकुमार, अनिलकुमार, अर्पितकुमार, अंशुल कु मार, आकाश, इंवाश दसेड़ा परिवार, मणिभद्र महाराज की अखंड ज्योत के लाभार्थी संघवी इंदरमल, सुमित कुमार, मनीष कुमार, राजेश कुमार, लोकेश दसेड़ा परिवार, श्री शीतलनाथजी की अखण्ड ज्योत का लाभ स्व. सागरमल, शैतानमल पत्नी स्व. रतनबाई मेहता की स्मृति में कांतिलाल, शशांक, ऋषभ, प्रज्ञम, प्रणत मेहता परिवार बोदिना वाला, श्री केसरियानाथ भगवान की अखण्ड ज्यौत का लाभ स्व. अभयकुमार वन्यायक्या की स्मृति में हेमलता देवी, प्रवीण, विकास, रोहित, नैमी वन्यायक्या परिवार ने लिया।
इसी तरह श्री पाश्र्वनाथ भगवान की अखण्ड ज्यौत स्व. पारसमल दसेड़ा बोरखेडा वाला की स्मृति में, नवपदजी की अखण्ड ज्योत स्व. समरथमल चत्तर, संपतबाई चत्तर, अजीत कुमार, अनिलकुमाार, राजेश कुमाा चत्तर परिवार सरसी वाला तथा गुरूदेव राजेन्द्र सूरीश्वरजी की अखंड ज्योत स्व. हीरालाल चौपड़ा की स्मृति में संजय कुमार, हेमंत कुमाार, मयंक कुमार, अभय कुमार चौपड़ा परिवार रिंगनोद वाला, क्षेत्रपालजी की ज्योत महेन्द्रकुमार, बाबुलाल कोलन परिवार, श्री नाकोड़ा भैरव की ज्योत दिलीपकुमार, संजय कुमार, पर्र्व धारीवाल परिवार ने लाभ लिया।
इन्होने लिया अष्टप्रकारी पूजन का लाभ –
अष्टप्रकारी पूजन के चढावे का लाभ जल पूजा स्व. श्रेष्टी सेठ, लक्ष्मीचंद-चंदाबाई बरमेचा परिवार ने लिया। चंदन पूजा मनोहरलाल, जितेन्द्र कुमार, अरविन्द्र कुमार मेहता परिवार बानीखेड़ी वाला, पुष्प पूजा बाबुलाल-सोहनबाई कांठेड़ की स्मृति मेंं सर्राफ प्रकाशचंद्र-आशादेवी, सर्राफ पियूष-प्राची, मास्टर अर्हम कांठेड परिवार, धूप पूजा मदनलाल, संजय, अणु कांठेड़ परिवार, दीपक पूजा जयंतसेन सूरीजी अनुयायी, प्रतीक्रमण वाली महिलाओं की ओर से तथा अक्षत पूजा सुरेन्द्र कुमार, अमितकुमार, आशीषकु मार पोखरना परिवार, नैवैद्य पूजा स्व. समरथमल चत्तर-संपतबाई चत्तर, सुपुत्र अजीत कुमार, अनिल कुमार, राजेश कुमार चत्तर परिवार, फल पूजा संघवी इंदरमल, सुमित कुमार, मनीष, राजेश, लोकेश दसेड़ा परिवार ने लिया।