जावरा l निस्वार्थ और बिना लालच के किए हुए पुण्य के काम में एक अलग ही सुकून मिलता है। ऐसा ही पुण्य और सवाब के काम एसएमओ फ़ाउंडेशन की ओर से नि:शुल्क समूहिक विवाह सम्मेलन 19 मई रविवार को जावरा के इस्माइल पुरा गांव स्थित हजऱत दादा सय्यद बदरूदद्दीन क़ुतुबुल मदार के चिल्ले पर आयोजित हुआ। इसमें रतलाम, जावरा, नीमच, मंदसौर सहित आसपास के करीब 22 बालिग मुस्लिम जोड़े इसमें शामिल हुए थे। सभी मुस्लिम जोड़ों का निकाह सुबह 10 बजे से होना शुरू हुआ जो करीब 3 बजे तक आयोजित हुआ। निकाह में दुल्हन को दहेज दिया गया जिसमें दीवान, अलमारी, बिस्तर और घरेरू सामान शामिल था। एसएमओ फ़ाउंडेशन मेम्बर सय्यद आवेस अली ने बताया कि फाउंडेशन के सदस्यों द्वारा यहां पर दूल्हा दुल्हन और उनके परिजनों के लिए बेहतरीन व्यवस्था की गई थी। गर्मी से बचने के लिए यहां पर कलर और पीने के ठंडे पानी की भरपूर व्यवस्था थी। साथ ही मेडिकल व्यस्था भी साथ थी। दूल्हा दुल्हन के परिजनों सहित ग्रामीणों ने बढ़ चढक़र भंडारे का आनंद लिया। भंडारे में सभी मेहमानों को टेबल एवं कुर्सी पर बैठकर खाना खिलाया गया। सभी 22 जोड़ों का निकाह जावरा के शहर काजी हाफिज भूरू मियां ने पढ़ाया। साथ ही फ़ाउंडेशन की और से क़ाज़ी साहब और इस्माइलपुरा गांव के सिद्दीक़ पटेल व उनके सहयोगियों का साफा बान्द कर इस्तेक़बाल किया गया। साथ ही गांव के युवा वॉलेंटियर और कैटरीन सर्विस खिदमद ए मोमिन का सम्मान किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम को मेम्बर, सैय्यद मोहब्बत अली, सिद्दीक पटेल, एहमद अली, फिरोज ख़ान, जावेद पापूलर, अब्दुल हक़ सिद्दीक़ी, अब्दुल गनी सिद्दीक़ी, मोहम्मद मियां, इकऱार चौधरी अंसारी,बाबू भाई, शाहिद अली ने इस कार्य को सफल बनाया।
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