– जावरा तहसील की विभिन्न ग्राम पंचायतों में किया गया टीबी का सर्वे
– गत वर्ष 3800 रोगी मिले थे, इस वर्ष 345 रोगी ले रहे उपचार
जावरा। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत मंगलवार को शहर के शासकीय अस्पताल में विभिन्न ग्राम पंचायत स्तरीय सर्वे का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा टीबी मुक्त भारत के लिए 2025 तक का लक्ष्य दिया गया है, जिसको पुरा करने स्वास्थ विभाग जी जान से जुटा है।
मंगलवार को स्थानीय शासकीय चिकित्साल के मीटिंग हॉल में जावरा तहसील की विभिन्न ग्राम पंचायतों के अन्तर्गत गांवों में टीबी का सर्वे करवाया गया। टीबी की खखार की जांच की गई, तथा इन गावों में टीबी के 1 या 2 केस ही है ये ग्राम पंचायते दावा प्रस्तुत करने के योग्य पाई गई, इसमें 6 ग्राम पंचायते डोडियाना, निमन, गोंदीशंकर, भेसाना, खजुरिया, नेतावली, टीबी मुक्त भारत अभियान में शामिल है। स्वास्थ विभाग के शैलेन्द्र कुमार दवे ने बताया कि गत वर्ष 3800 मरीज मिले थे, उनका उपचार किया गया, इस वर्ष अब तक करीब 345 मरीज उपचार ले रहे है। मंगलवार को सर्वे के दौरान पंचायतों में 14 केस टीबी के पाए गए हैं, टीबी मुक्त भारत अभियान में अनुसार संभावित व्यक्तियों की खखार की जांच, 1 हजार की जनसंख्या पर 1 या कम रोगी, ठीक होने की दर, जांच, गंभीर टीबी रोगी की संभावना तलाशना, निक्षय पोषण योजना मे 500 रूपए महीने का लाभ मिला या नही, फूड बास्केट मिली या नही इस में रोगी को 5 माह का राशन निक्षय मित्र द्वारा मुफ्त में, गांव की कुल जनसंख्या में से 30 प्रतिशत आबादी की खखार की जांच, घर घर सर्वे कर टीबी केस की स्थिति, पुराना केस जो ठीक हो चुका आदि है, इसके आधार पर वेरिफिकेशन टीम सारे डेटा देखने के बाद टीबी मुक्त पंचायत घोषित करती है, टीबी मुक्त पंचायत बनने पर सरकार की ओर से सर्टिफिकेट के साथ महात्मा गांधी की प्रतिमा भी मिलेंगी, तीन साल तक पंचायत को मेंटेन करना पड़ेगा।
वेरिफिकेशन बैठक में ये रहे शामिल –
मंगलवार को वेरिफिकेशन गतिविधि बैठक में मेडीकल कॉलेज रतलाम के डॉ रोहित कुमार दास सामुदायिक चिकित्सा एक्सपर्ट, आईएमए से डॉ अरुण चंदेलकर, सीबीएमओ डॉ शंकरलाल खराड़ी, डॉ विवेक शर्मा, जयसिंह सिसोदिया जिला समन्वयक टीबी विभाग, रघुनंदन पाटीदार बीपीएम, शैलेन्द्र कुमार दवे, ज्ञानेश पाटीदार सुपरवाइजर, भारतसिंह, संजय पंड्या, अंचल भट्ट, महेश खराड़ी, कमल मालवीय लेब टेकनिशीयिन उपस्थित थे।