– सरकार ने बजट किया जारी, समय पर कोषालय में नहीं लगाए बिल, अब हो गया वेतन हैड ब्लाक
– नवंबर 24 से अब तक नहीं मिला अतिथि शिक्षकों को वेतन
जावरा। मध्यप्रदेश के प्राथमिक से लेकर हायर सेकेण्डरी तक के स्कूलों में अतिथि के रुप में अध्यापन कार्य करवाने वाले प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षकों को बीते नवंबर 24 से वेतन नहीं मिला हैं। सरकार ने तो बजट जारी कर प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में वेतन जारी करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन प्रदेश के बीईओ और संकुल प्राचार्यो की लापरवाही से सरकार द्वार जारी किया गया पैसा ब्लॉक हो गया हैं। संकुल प्राचार्य और लेखापालों द्वारा समय पर कोषालय में बिल नहीं लगाए गए , जिसके चलते अतिथि शिक्षकों को वेतन हेड ब्लॉक हो गया हैं। जिसके चलते अब अगले बजट तक अतिथि शिक्षकों को वेतन का इंतजार करना होगा। जबकि आगामी दिनों में होली, रमजान, ईद सहित अन्य त्यौहार भी सर पर हैं, ऐसे में बगैर वैतन के अतिथि शिक्षकों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही हैं। लोक शिक्षण संचालनालय ने प्रदेश के सभी अतिथि शिक्षकों को वेतन देेन के बाद बजट जारी करते हुए प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में अतिथि शिक्षकों को वेतन करने के लिखित आदेश जारी किए थे । लेकिन संचालनालय के इस आदेश को बीईओं और संकुल प्राचार्यो से गंभीरता से नहीं लिया। बीईओ आफीस में बैठे बाबुओं और लेखापालों की मनमानी के चलते समय पर कोषालय में बिल लगाकर राशि नहीं निकाली गई। जबकि अतिथि शिक्षकों द्वारा निरंतर आग्रह भी किया गया। बावजूद इसके मानदेय में विलंब हुआ। समय पर राशि जारी नहीं किए जाने के बाद संचालनालय ने वेतन हेड ब्लॉक कर दिया हैं। जिसके चलते प्रदेश के हजारों अतिथियों को वेतन के लिए अगले बजट तक तरसना होगा।
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