– पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष और सांसद प्रतिनिधि ने रतलाम पहुंचकर सौंपा डीआरएम को पत्र
– सांसद सुधीर गुप्ता को भी पत्र सौंपकर की मांग
जावरा। रतलाम रेल मंडल अन्तर्गत इन दिनों दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य प्रगति पर हैं, जिसके तहत जावरा रेलवे स्टेशन पर 2 नंबर प्लेटफार्म भी विकसित किया जा रहा हैं, जिसका काम तेजी से जारी हैं, लेकिन देखने आ रहा हैं कि रेलवे 2 नंबर प्लेटफार्म की इंट्री को चौपाटी क्षैत्र की ओर से बंद कर रही हैं। जिसका चौपाटी क्षैत्र के रहवासी विरोध कर रहे हैं। वहीं रेलवे विभाग द्वारा जारी काम के चलते खारीवाल कॉलोनी के वहां पानी की निकासी रोकने से गंदगी और बदबु भी फैल रही हैं। प्लेटफार्म पर सुविधा तथा समस्याओं और सुधार को लेकर मंगलवार को पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष कान्हसिंह चौहान तथा सांसद प्रतिनिधि व नपा पार्षद शिवेन्द्र माथुर ने रतलाम डीआरएम से मिलकर एक पत्र सौंपा हैं। वहीं सांसद सुधीर गुप्ता को भी जावरा आगमन पर पत्र सौंपा गया हैं। डीआरएम रतलाम और सांसद गुप्ता को सौंपे पत्र में बताया कि स्टेशन के दोनों तरफ आधा आधा शहर बसा हुआ है। चौपाटी क्षेत्र के यात्रियों को स्टेशन पर आने-जाने के लिए प्लेटफार्म नंबर 2 से भी एंट्री दी जाना चाहिए और इधर भी वाहन पार्किंग सुविधा होना चाहिए क्योंकि सीनियर सिटीजन और बीमार लोगों को फाटक क्रास करके प्लेटफार्म नंबर एक तरफ आने जाने में असुविधा होगी। प्लेटफॉर्म तो स्टैंडर्ड लंबाई के काफी अच्छे बना दिए हैं लेकिन इसके ऊपर पर्याप्त शेड नहीं है। कम से कम प्रत्येक प्लेटफार्म पर तीन स्थानों पर बड़े कव्हर्ड शेड बनाना चाहिए ताकि बारिश और गर्मी में यात्री परेशान नहीं हो। किसी का कोच बीच में या आखिर में आए तो वह भी गर्मी और बारिश में उन शेड में खडे होकर ट्रेन में सफर कर सके।
दोनो प्लेटफार्म पर लगाए डिस्पले –
प्लेटफार्म नंबर एक और दो दोनों पर कोच डिस्प्ले लगना जरूरी है। कई बार कोच आगे पीछे आने से यात्रियों का अचानक भाग दौड़ करना पड़ती है। इसमें हादसा होने का डर रहता है। हाल ही में प्रयागराज जाने के दौरान दिल्ली में भी ऐसी एक भगदड़ मची और कई लोग मर गए थे। चूकि जावरा में भी यात्रियों का दबाव अधिक है। इसलिए यहां कोच डिस्प्ले होना चाहिए ताकि यात्रियों को अपने कोच की सही जानकारी मिले और वह सही स्थान पर खड़े रहे। एक और पैदल पूल की मांग –
स्टेशन पर उत्तर दिशा तरफ एक पैदल पुल है लेकिन दक्षिण यानी रतलाम की तरफ प्लेटफार्म और पटरी क्रॉस करने के लिए कोई सुविधा नहीं है। इसलिए एक पैदल पुल रतलाम तरफ भी बनना चाहिए और उसमें एक लिफ्ट भी लगना चाहिए ताकि बुजुर्ग या मरीज को सीढय़िां चढ़कर नहीं आना जाना पड़े और वह सुविधा पूर्वक ट्रैक क्रॉस कर सके।सुविधाघर भी नहीं है पर्याप्त –
पत्र में बताया कि यात्रियों के लघुशंका के लिए दोनों प्लेटफार्म पर सिर्फ एक एक सुविधाघर बनाया गया है। जबकि प्लेटफार्म काफी लंबे हैं। ऐसे में पर्याप्त दूरी पर एक-एक प्लेटफार्म पर तीन-तीन जगह सुविधाघर होना चाहिए ताकि ट्रेन रुकने पर यात्री उनका लाभ लेकर पुन: अपनी यात्रा कर सके। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए काफी अच्छे काम किया जा रहे हैं। इसी तरह जावरा में भी करोड़ों रुपए से स्टेशन डेवलप हो रहा है लेकिन यह चंद सुविधा नहीं मिलने से श्रृंगार के बीच बिना बिंदी जैसा मामला होगा और चंद असुविधाओं के कारण करोड़ों रुपए का विकास कार्य भी अधूरा नजर आएगा। इसलिए अभी चलते कार्य में सुविधा बढ़ाना आसान है। एक बार प्रोजेक्ट कंप्लीट होने के बाद दोबारा से कोई काम शुरू करना मुश्किल होता है। इसलिए डीआरएम से इस मामले में ध्यान देने की गुजारित पत्र के माध्यम से की हैं।
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