– आम जनता को समझाने के लिए पुलिस ने सुनसान ईलाके में आरोपियों का निकाला सांकेतिक जुलूस
जावरा। रियासत काल से लेकर अब तक आपसी भाईचारे और एक दुसरे के त्यौहारों में सहयोग करने वाले जावरा वासियों के दिलों में नफरत का जहर घोलने तथा जावरा की फिज़ा को बिगाडक़र जावरा में की शांति को भंग करने वाले चारो आरोपियों पर रासुका लगाकर उन्है उज्जैन स्थित भेरुगढ़ जैल भेज दिया गया। जैल भेजने से पहले पुलिस ने आक्रोशित जनता को समझाने के लिए आरोपियों का सांकेतिक जुलूस भी निकाला। इधर पुलिस की कार्रवाई से हिन्दु संगठनों में रोष व्याप्त हैं, संगठनों के अनुसार पुलिस ने शुक्रवार की रात में जिन दो आरोपियों को पकड़ा था उनके मकान नहीं तोडे गए, वहीं जुलूस भी सार्वजनिक रुप से नहीं निकाला। ऐसे में अब शनिवार की शाम करीब साढ़े 7 बजे जागनाथ महादेव मंदिर समस्त हिन्दु संगठनों की बैठक भी रखी गई हैं। जिसमें रविवार और सोमवार को की जाने वाली आगामी कार्रवाई को लेकर चर्चा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि जावरा के पूल बाजार स्थित श्री जागनाथ महादेव मंदिर के प्रांगण में मध्यरात्रि करीब 2.41 बजे गाय के बछड़े का कटा हुआ सिर डालकर जावरा की शांति को भंग कर दिया गया। गुस्साए हिन्दु संगठनों ने जावरा में जमकर प्रदर्शन किया, जावरा में शुक्रवार को व्यापार व्यवसाय पूरी तरह से बंद रहा, वहीं कृषि मंडी भी बर रही। हालाकि पुलिस प्रशासन ने शांती भंग करने वाले आरोपी शाकीर तथा सलमान को पुलिस ने शुक्रवार को ही पकड़ा और उनके मकानों पर बुलडोजर भी चला दिया, लेकिन हिन्दु संगठन आरोपियों का जुलूस निकालने तथा उन पर रासुका लगाने तथा मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग पर अड़े थे।
रासुका लगाकर भेजा भेरुगढ़ जैल –
वहीं पुलिस ने आरोपी शाकीर और सलमान से पुछताछ की तो उन्होने शाहरुख द्वारा कटा हुआ सिर तालनाका क्षैत्र में देने की बात कबुल की, साथ ही नौशाद द्वारा गाय को काटना भी स्वीकार किया। जिसके बाद पुलिस ने शुक्रवार की रात में ही शाहरुख और नौशाद को हिरासत में लेकर पुछताछ की और यह काम उन्है किसने करने के लिए कहा था, ऐसा घिनौना कृत्य करने की वजह जानना चाहा लेकिन आरोपियों ने मुंह नहीं खोला, जिसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों शाकीर, सलमान, शाहरुख और नाशाद पर रासुका का कार्रवाई कर उन्है सीधे भेरुगढ़ जेल भेज दिया। वास्तविक जुलूस निकाला या केवल दिखावा किया –
मामले के चारों आरोपियों को भेरुगढ़ जैल भेजने से पहले पुलिस ने आरोपियों का जुलूस निकालते हुए विडियो बनाया, जिसे मिडिया भी को उपलब्ध करवाया, लेकिन विडियों को देखने के बाद लोगों में इस बात की चर्चा है कि जो आरोपियों के जुलूस का जो विडियों जारी हुआ हैं, वह वास्तविक हैं या केवल दिखावे के लिए पुलिस ने यह विडियो बनाया हैं। क्योंकि रतलाम शहर या जावरा शहर में आरोपियों का जुलूूस नहीं निकाला गया, विडियों में किसी सुनसान जगह पर आरोपियों को ले जाते हुए विडियों शुट किया गया हैं। ऐसे में आम जनता इस विडियों को लेकर भी बाते बना रही हैं।