– लंबे समय से एमपीआरडीसी बरत रही थी लापरवाही, सड़क की साईडे भी नहीं हैं क्लियर
जावरा। ताल रोड़ पर गुरुवार को सड़क हादसे में मंडावल के दो सगे भाईयों की मौत के बाद लापरवाह एमपीआरडीसी के अधिकारियों की नींद खुली और शुक्रवार को जिस कारण से यह सड़क हादसा हुआ था, उसे सुधारने की दिशा में काम शुरु हुआ। शुक्रवार को एमपीआरडीसी ने ताल रोड़ से गुजर रही दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे के समीप उगी बड़ी बड़ी झाडिय़ों को जेसीबी मशीन से हटाते हुए सफाई काम प्रारंभ किया। आसपास के रहवासियों के अनुसार यदि एमपीआरडीसी लापरवाही ना बरतते हुए इन झाडिय़ों की सफाई पहले करवा देती तो शायद यह हादसो ना होता और किसी परिवार के दो भाई अकाल की काल के गाल में न समाते। साईडे भी नहीं है क्लियर –
उल्लेखनीय है कि ताल रोड़ पर जावरा से लेकर ताल तक सड़क के दोनो और बड़ी बड़ी झांडिया तो खड़ी ही हैं, वहंी इस सड़क की साईडे भी क्लियर नहीं हैं। दोनो साईडे उबड़ खाबड़ हैं, जिससे कई बार दुपहिया वाहन चालक स्लिप होकर घायल हो चुके हैं। वहीं एक्सप्रेस वे निर्माण के बाद से ही ब्रिज के आसपास मटेरियल पड़ा हैं, जिसे भी कंपनी द्वारा नहीं उठाया गया था। जिसके चलते भी आए दिन हादसे होते रहते थे। सड़क की साईडों और झाडिय़ों को लेकर सांसद सुधीर गुप्ता और प्रतिनिधि प्रदीप चौधरी ने पत्र भी लिखे, मोखिक शिकायत भी की थी, लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रैंगी थी, अब तक गुरुवार को हादसे में दौ लोगों की मौत हुई तब कहीं जाकर एमपीआरडीसी कुंभकर्णी नींद से जागे हैं।
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