– मामला भुतेड़ा से जोयो तिराहे तक प्रस्तावित ब्रिज का
जावरा। उज्जैन से जावरा के बीच बनने वाले फोरलेन के तहत भुतेड़ा से ज़ोयो तिराहे के मध्य के प्रभावित लोगों द्वारा गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय रतलाम पहुंचकर इस मुद्दे पर आपत्ति दर्ज कराने व अपना पक्ष रखने हेतु एक पखवाड़े का समय दिए जाने की मांग की। इसके बाद कलेक्टर ने उन्हें एक सप्ताह का समय दिया। भुतेड़ा से जोयो होटल तक बनने वाले फ्लाई ओवर के विरोध में आंदोलनरत जन संघर्ष समिति द्वारा बुधवार को महू-नीमच फोरलेन मार्ग पर एमपीआरडीसी द्वारा आनन फानन में सम्बन्धितों को नोटिस जारी करने के विरोधस्वरूप अर्धनग्न अवस्था में प्रदर्शन किया था। कलेक्टर से मिलने पहुंचे रतलाम –
इसके पश्चात गुरुवार को कुछ समिति सदस्य व प्रभावित लोग कलेक्टर राजेश बाथम से मिलने उनके रतलाम स्थित कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने कलेक्टर को बताया कि इस मामले में धारा 11 की अधिसूचना के विरुद्ध आपत्ति दर्ज कराए जाने का समय दो माह उल्लेखित था। लेकिन उक्त समयावधि के पूर्व ही एमपीआरडीसी द्वारा शार्ट टाइम में महज 24 घण्टे का वक्त दिया गया। इसमें भी रात-बेरात कईं पीडि़तों को नोटिस थमा दिए गए। जो कि किसी भी दृष्टि से न्यायोचित नहीं है। प्रभावित लोगों ने कलेक्टर को यह भी कहा कि हमारे द्वारा बार-बार निवेदन करने के बाद भी अभी तक ब्रिज के मामले में भु-अर्जन का नक्शा उपलब्ध नहीं कराया गया।
कलेक्टर ने दिया 21 तारिख तक का समय –
प्रभावितों ने भुतेड़ा से जोयो तिराहे के मुद्दे पर अपनी आपत्ति दर्ज कराने व अभिभाषक के माध्यम से अपना पक्ष रखने के लिए कलेक्टर से पंद्रह दिन का समय देने की मांग की। इनकी बात सुनने के बाद कलेक्टर ने क्षेत्र के लोगों को इसी माह की 21 तारीख तक अपनी बात रखने का समय दिया। इस अवसर पर सुनील पोखरना, उबेद अंसारी, असलम मेव, जगदीश सोलंकी, मनीष चौधरी, नागेश्वर पाटीदार, सिकन्दर मेव, राहुल धाकड़, दिनेश नायमा, मुबारक मामा, गुड्डू टायर, गोपाल पाटीदार, महेश पाटीदार, कैलाश पाटीदार, शिवनारायण कुमावत,अनोखी पाटीदार, लालूराम डोडियाना,कमलेश कुमावत आदि उपस्थित थे।
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